हेपेटाइटिस वायरस के कारण होने वाली संक्रमण जॉन्डिस के सबसे आम कारण में से एक है। यह वायरस लिवर को प्रभावित करता है, जिससे लिवर में Serum Bilirubin  का अधिक उत्पादन होता है और पीलिया  दिखाई देते हैं।

जॉन्डिस के पीले रंग के होने की एक मुख्य वजह यह भी हो सकती है कि लिवर में बिलीरुबिन को सही तरीके से प्रोसेस करने की क्षमता में कमी हो रही हो। लिवर के रोग, जैसे कि हेपेटाइटिस, सिरोसिस, और गैलब्लैडर स्टोन इन कारणों में शामिल हो सकते हैं।

गैलब्लैडर में स्टोन्स (पथरी) होने से भी जॉन्डिस हो सकता है। ये स्टोन्स गैलब्लैडर की सामान्य फ़ंक्शन को रोकते हैं, जिससे बिलीरुबिन का निकासी रुक जाता है और यह शरीर में इकट्ठा हो जाता है।

कुछ मामाओं में गर्भावस्था के दौरान भी जॉन्डिस हो सकता है, जिसका मुख्य कारण छोटे बच्चे की पीलिया होती है जिसमें जन्म के समय बिलीरुबिन के स्तर का बढ़ जाना होता है।

जॉन्डिस का एक कारण यह भी हो सकता है कि शिशु की डिवेलपमेंट प्रोसेस में बिलीरुबिन को प्रबंधित करने की क्षमता में कमी हो, जिसे नवजात जॉन्डिस कहा जाता है।

कुछ ड्रग्स के सेवन या बैक्टीरियल या वायरल संक्रमण भी जॉन्डिस के कारण बन सकते हैं।

कई प्रकार की इन्फेक्शन, जैसे कि मलेरिया, हेपेटाइटिस, और सिफिलिस, भी जॉन्डिस के होने का कारण बन सकती हैं।